Aag Shayari in Hindi. इस पोस्ट में हम आपके लिए आग के ऊपर बेहतरीन शायरी लेकर आये है, चाहे हो नफरत की आग हो या दिलों की आग या फिर इंसान को जीवन देने वाली आग | ये पोस्ट आग के कई आयामों को छुयेगा इसलिए इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढियेगा|
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Aag Shayari in Hindi
वादा करके वो निभाना भूल जाते हे, लगाकर आग वो बुझाना भूल जाते हे ऐसी आदत लग गई हे उसको, की रुलाते हे मगर मनाना भूल जाते हे
ये सीने की आग है, यहाँ पानी का क्या काम? किया हमने महज इश्क़ था, कमबख्त किस्मत ही निकली बेईमान
ना करो किसी से नफ़रत, नफ़रत आग लगा देती है प्यार की एक बूँद बड़ी से बड़ी आग बुझा देती है
कोयले से जलाई हुई आग थोड़ी देर बाद बुझ जाती है लेकिन शब्दों से लगी आग की उम्र बहुत ज्यादा होती है
आग लगी दिल में जब वो खफ़ा हुए, एहसास हुआ तब, जब वो जुदा हुए करके वफ़ा वो हमे कुछ दे न सके, लेकिन दे गये बहुत कुछ जब वो वेबफा हुए
डरते हे आग से कही हम जल न जाये , डरते हे अपने ख़्वाब से कही टूट न जाये पर सबसे ज्यादा डरते हे हम आप से, कही आप हमें भूल न जाये
जिनके दिलों में नफरत हो, उनकी जुबान सिर्फ आग हीं उगलती है लेकिन मन का मैल धोये बिना, जिंदगी में खुशियाँ कहाँ खिलती है
कुछ लोग सितम करने को तैयार बैठे है, कुछ लोग हम पर दिल हार बैठे है इश्क को आग का दरिया ही समझ लीजिये, कुछ इस पार तो कुछ उस पार बैठे हैं
कभी – कभी उदासी की आग हे ज़िन्दगी , कभी – कभी खुशियों का बाग़ हे ज़िन्दगी हँसता और रुलाता राग हे ज़िन्दगी, कड़वे और मीठे अनुभवो का स्वाद हे ज़िन्दगी पर अंत में तो अपने किये हुए कर्मो का हिसाब हे ज़िन्दगी
सफलता उनको मिलती है, जिनके दिल में कुछ कर गुजरने की आग होती है पैरों के छाले जब सफलता तक ले जाते हैं, तब दिल को तसल्ली होती है
Aag Shayari in Hindi
जिस मेहनत से आप आज भाग रहे है, वो ही कल आपको सफ़लता दिलाएगी झोंक दो खुद को मेहनत की आग में, कल वही आपको हिरा बनाएंगी
वक्त की आग तो पत्थर भी पिघल जाते है, कई लोग आसमान से जमीं पर नज़र आते हे कोई भी साथ नहीं देगा इस ज़िन्दगी में तुम्हारा, क्योकि वक्त के साथ इंसान भी बदल जाता हे
तुम्हारे बुजाये अब बबुझेगी नहीं, में तुम्हारी लगाई आग हूँ तुम्हारे कहने से पानी नहीं हो जाउंगी, आग हूँ तो आग ही रहूंगी
खूब जलाओ मेरी शायरी की डायरी को, मुझे तिनके का भी ग़म नहीं हे अगर बुझा सको तो बुझाओ, मेरे सीने की आग को तो में मानू
महसूस तब हुआ जब वो जुदा हुए, आग दिल में लगी जब वो खफा हुए करके वफ़ा कुछ दे न सके वो, पर बहोत कुछ दे गए जब वो बेवफा हुए
आग लगी थी मेरे घर को, किसी सच्चे दोस्त ने पूछा क्या बचा है मैने कहा मैं बच गया हूँ, उसने गले लगाकर कहा फिर जला ही क्या है
दूसरों की जिंदगी में आग लगाकर तमाशा देखना उनकी आदत थी उन्हें क्या पता था, कि एक दिन वे खुद अपना घर भी राख कर देंगे
रिश्ते कितने भी बुरे क्यों न हो, लेकिन उनको कभी तोड़ना नहीं चाहिए क्योकि पानी कितना भी गन्दा क्यों न हो, प्यार नहीं तो आग तो बुझा ही देता हे
कब तक आप मेरे होने से इंकार करेंगे, एक दिन तो आप मुझसे ही प्यार करेंगे इश्क की आग में इतना जलाएंगे हम आपको, की इज़हार आप मुझसे सर ए आम करेंगे
दुनिया में कहाँ वफ़ा का सिला देते है लोग, अब तो मोहब्बत की सजा देते है लोग पहले सजाते हैं दिलो में चाहतों का ख्व़ाब फिर ऐतबार को आग लगा देते है लोग
Fire Shayari in Hindi
प्यार की तड़प को दिखाया नहीं जाता, दिल में लगी आग को बुझाया नहीं जाता चाहे लाख जुदाई क्यों न हो लेकिन, ज़िन्दगी के पहले प्यार को भुलाया नहीं जाता
आज मैंने माना कि भगवान् सबका इंसाफ करता है हवाओं ने आग का रुख उसके घर की तरफ मोड़ हीं लिया, जिसने बड़े शौक से कई घरों में आग लगाया था
औरों की आग क्या तुझे कुंदन बनाएगी अपनी भी आग में कभी चुप-चाप जल के देख
आग सूरज में होती है जलना जमीन को पड़ता है मोहब्बत निगाहें करती है तड़पना दिल को पड़ता है
उसकी चिट्ठियों को आग के हवाले करना बहुत मुश्किल था उसे भूल आगे बढ़ना
क्या खाक मजा है जीने में, न कोई संघर्ष न कोई तकलीफ बड़े बड़े तूफान थम जाते है, जब आग लगी हो सीने में
तुम पानी से आग बुझाते हो, हम पानी में आग लगाते है तुम मंजिल की राहों पे चलते हो, हम अपनी राहों में मंजिल बनाते है
बाहर की आग से ज्यादा अंदर की आग भयंकर जला देती है बस इतना नहीं राख भी बना देती है, कभी इंसानो को और कभी रिस्तो को भी
कभी इश्क़ करो और फिर देखो इस आग में जलते रहने से कभी दिल पर आँच नहीं आती कभी रंग ख़राब नहीं होता
किसी के घर की आग को अब कोई नहीं बुझाता क्योंकि इंसानों की बस्ती में अब आँखों में पानी नहीं मिलता
Fire Shayari in Hindi
हर बार दुआ ही दवा बने जरूरी नहीं आग लगे और धुँआ उठे जरूरी नहीं
दिल जला है तो फिर आँखों में पानी क्यों हैं राख में उड़ती हुई तेरी मेरी कहानी क्यों हैं
आग लगाने वालों को कहाँ खबर है रूख हवाओं ने बदला तो ख़ाक वो भी होंगे
दिल के फफोले जल उठे सीने के दाग से इस घर को आग लग गई घर के चिराग से
मैं ज़िन्दगी की आग में जलने से बच गया हाथो में आ गया तेरे दामन किसी तरह
होठों के छुअन का एहसास अब तक है इन साँसों में अजीब सी आग अब तक है
मान मौसम का कहा छाई घटा जाम उठा आग से आग बुझा फूल खिला जाम उठा
लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में तुम तरस नहीं खाते बस्तियां जलाने में
उनके लहजे में आग है साहब ये तो हम हैं जो भीग जाते हैं
वो आग, हवा, संत की बानी की तरह है काटोगे उसे कैसे जो पानी की तरह है
Aag Laga Dene Wali Shayari
आज खुद को आग लगा दी है देखूँ तो जरा कौन पानी कौन घी है
आग को खेल पतंगों ने समझ रखा है सबको अंजाम का डर हो ये ज़रूरी तो नहीं
मेरी फितरत में नहीं हे आग लगाना मेरी सादगी से लोग जले तो मेरा क्या
लगा के आग दिल में चले हो कहाँ हमदम अभी तो राख उड़ने पे तमाशा और भी होगा
मंजर ही हादसे का अजीबो गरीब था वो आग से जल गया जो नदी के करीब था
इतना पागल हो जाते है लोग बदले की आग में की वो ना चाहकर भी अपनों को दुःख पहुंचा जाते है
इतने बुरे तो नहीं थे हम, जितने इल्जाम लगाए लोगो ने कुछ किस्मत ख़राब थी हमारी, तो कुछ आग लगाई लोगो ने
दिल में मोहब्बत की आग लगी हो तो कुछ और नहीं दिखता है दिल को ठंडक तभी मिलती है, जब महबूब से महबूब मिलता है
नफरतो की आग में जल रही है पूरी दुनिया फिर भीं न जाने क्यों लोग को ठंड लग रही है
अक़्ल हर बार दिखाती थी जले हाथ अपने दिल ने हर बार कहा आग पराई ले ले
Aag Status in Hindi
झुलसा बदन है देख के नफरत न कीजिये मैं दूसरों की आग बुझाने में जल गया
कभी कभी तो जी करता है आग लगा दूं दुनिया को कभी कभी दुनिया को जलते देख के रोने लगता हूं
ये मत समझना में शांत बैठा हूँ, तो मेरे अंदर आग नहीं हे डरता हु कही समंदर कम न पड जाये बुझाने के लिए
क्या विवशता थी वो सोचो क्या समय आया था वो भी राम जी सीता से बोले आग पर चलना पड़ेगा
ये इश्क़ नहीं आसान बस इतना समझ लीजिये इक आग का दरिया है और डूब के जाना है
पेट की आग किसी से भी कोई भी पाप करवा देती है भूख तो अच्छे खासे इन्सान को भी जानवर बना देती है
अपने जलने का हमेशा से तमाशाई हूँ आग ये किस ने लगाई मुझे मालूम नहीं
कुछ लोग है जो हमको आग समझते है और हम है कि जुगनुओं को भी चराग समझते हैं
किसी ने रख दिया हो आग पर जलता हुआ मुझ को मचलता है मेरा दिल इस तरह कुछ चाय के ख़ातिर
होते जो करीब तो मैं राख हो जाता अच्छा हुआ जो आग से फासला ही रहा
Aag Status in Hindi
जल रही है शब, शहर भी जल रहा है जलते हैं आदम कि घर भी जल रहा है
सीने में जो दबी आग है ना उसे मैं बढ़ाता रहा आँख के पानी से
उबलते वक़्त पानी सोचता होगा ज़रूर अगर बर्तन न होता तो बताता आग को
कहा खबर आग लगाने वालो को रुख हवाओं ने बदला तो, खाख वो भी होंगे
आंसू पोंछ के हंस देता है आग में आग लगाने वाला
लगेगी आग तो आएँगे घर कई ज़द में यहाँ पे सिर्फ़ हमारा मकान थोड़ी है
इश्क़ को कोई छुपा सकता नहीं आग लगती है उठता है धुंआ
आग अपने ही लगा सकते हैं ग़ैर तो सिर्फ़ हवा देते हैं
आग का क्या है पल दो पल में लगती है बुझते बुझते एक जमाना लगता है
समझ के आग लगाना हमारे घर में तुम हमारे घर के बराबर तुम्हारा भी घर है
Aag Attitude Shayari in Hindi
वो जो आग बने फिरते थे उन्हें भी ख़ाक होते देखा है मैंने
यूँ ही तो नहीं भड़की ये आग मोहब्बत की तुमने भी तो कुछ अपने दामन से हवा दी है
चूमकर तुम्हारे लबों को पता चला आग और पानी का साथ कैसा होता हैं
मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए
नफरत आग लगा देती है, न करो किसी से नफरत प्यार की एक बूंद बड़ी से बड़ी, आग बुझा देती हे
उस से कहना कि धुआँ देखने लाएक़ होगा आग पहने हुए जाउँगा मैं पानी की तरफ़
मैं वो आग हूँ दोस्त जो Fire Brigade आने पर भी नहीं बुझती
दिल में कुछ कर दिखाने की आग लगी हो तभी जीवन में बड़ी सफलता मिलती है
आग जिस्म को जलाती है, नाम बचा रह जाये तो कोई बात है हर कोई खुदगर्ज है जहाँ, वहाँ दूसरों के लिए जियो तो कोई बात है
आखिर क्यों बनाया मुझे ए बनाने वाले, बहुत दर्द देते हैं ये जमाने वाले मैंने आग के उजाले में कुछ चेहरे देखे, मेरे अपने ही थे मेरे घर को जलाने वाले
उम्मीद है आप सभी को Aag Shayari in Hindi में दोई गयी सभी शायरियां पसंद आई होगी| पोस्ट को अपने दोस्तों के बीच जरुर शेयर करे |