45+ Adi Shankaracharya Quotes in Hindi

Adi Shankaracharya Quotes in Hindi. भारतीय धर्म के एक महान आचार्य थे जिनका जन्म 8वीं शताब्दी के उतएर्नाकुलम के कलादी नामक स्थान पर हुआ था। उन्हें हिंदू धर्म के आदिवेदान्त तत्त्व को समझाने वाले महान शिक्षक और आचार्य माना जाता है। उन्होंने अपने जीवनकाल में वेदांत दर्शन को प्रचारित किया और धर्मिक विचारों के लिए एक नया रुझान प्रस्तुत किया।

Adi Shankaracharya Quotes in Hindi

Adi Shankaracharya Quotes in Hindi

वास्तविक रूप से मंदिर वही पहुंचता है
जो धन्यवाद देने जाता है, मांगने नहीं
"आदि शंकराचार्य"

सत्य की परिभाषा बस इतनी ही है की जो सदा था
जो सदा है और जो सदा रहेगा यही सत्य है बाकी सब मिथ्या
"आदि शंकराचार्य"

आनंद उन्हें मिलता है जो आनंद कि तालाश नही कर रहे होते है
"आदि शंकराचार्य"

जिसे सब तरह से संतोष है वही धनवान है
"आदि शंकराचार्य"

सच्ची खुशी भीतर से आती है
और बाहरी परिस्थितियों पर निर्भर नहीं होती है
"आदि शंकराचार्य"

सत्य की राह पे चले यही सबके लिए कल्याण की मार्ग है
"आदि शंकराचार्य"

जब हमारी मिथ्या धारण ठीक हो जाती है
तो दुःख भी समाप्त हो जाता है
"आदि शंकराचार्य"

ब्रह्मांड परमात्मा का प्रतिबिंब है
जैसा हम ब्रह्मांड को देखते हैं, वैसे ही हम खुद को देखते हैं
"आदि शंकराचार्य"

ज्ञानी सभी प्राणियों को स्वयं के रूप में देखते हैं
और अज्ञानी स्वयं को सभी प्राणियों से अलग देखते हैं
"आदि शंकराचार्य"

आसक्ति और द्वेष से भरे स्वप्न की भांति संसार जागरण तक वास्तविक प्रतीत होता है
"आदि शंकराचार्य"

Adi Shankaracharya Quotes in Hindi

अपनी इन्द्रियों और मन को वश में करो और अपने हृदय में प्रभु को देखो
"आदि शंकराचार्य"

सबसे उत्तम तीर्थ अपना मन है
जो विशेष रूप से शुद्ध किया हुआ हो
"आदि शंकराचार्य"

जब मन में सच जानने की जिज्ञासा पैदा हो जाए
तो दुनिया की चीज़े अर्थहीन लगती हैं
"आदि शंकराचार्य"

जिस तरह एक सांप अपनी त्वचा को छोड़ देता है
हमें अपने अतीत को बार-बार छोड़ना चाहिए
"आदि शंकराचार्य"

जब आपकी अंतिम सांस आ जाए
तो व्याकरण कुछ नहीं कर सकता
"आदि शंकराचार्य"

बाहरी ताकतों को खुद से दूर रखना ही आत्मसंयम है
"आदि शंकराचार्य"

तत्व वास्तु की प्राप्ति का मुख्य उपाय ध्यान है
"आदि शंकराचार्य"

पुरुषार्थ हिन् व्यक्ति जीते जी मरा हुआ है
"आदि शंकराचार्य"

जब हमारी झूठी धारणा ठीक हो जाती है
तो दुख भी समाप्त हो जाता है
"आदि शंकराचार्य"

ज्ञान की अग्नि सुलगते ही कर्म भस्म हो जाते हैं
"आदि शंकराचार्य"

Adi Guru Shankaracharya Quotes in Hindi

Adi Guru Shankaracharya Quotes in Hindi

लोग आपको उसी समय तक याद करते हैं
जब तक आपकी सांसें चलती हैं
"आदि शंकराचार्य"

सभी आध्यात्मिक प्रथाओं का अंतिम लक्ष्य व्यक्तिगत स्वयं की सीमाओं को पार करना
और अनंत स्व के साथ विलय करना है
"आदि शंकराचार्य"

आत्मा के अलावा कोण, अज्ञानता, जूनून, और स्वार्थी
कारवाई के बंधनो को दूर करने में सक्षम है
"आदि शंकराचार्य"

जीवन का लक्ष्य स्वयं को महसूस करना और
परम वास्तविकता के साथ अपनी एकता का अनुभव करना है
"आदि शंकराचार्य"

सत्य की जांच क्या है?
यह दृढ़ विश्वास है कि आत्मा वास्तविक है और उसके अलावा सब असत्य है
"आदि शंकराचार्य"

मनुष्य जन्म और पुरुषत्व को भी पाकर जो अपने कल्याण के प्रति लापरवाह है
उससे बढ़कर आत्म मुग्ध कोन हो सकता है
"आदि शंकराचार्य"

लेकिन जीव अहंकार से संपन्न है और उसका ज्ञान सीमित है
जबकि ईश्वर अहंकार रहित है और सर्वज्ञ है
"आदि शंकराचार्य"

ज्ञान विभिन्न माध्यमों से प्राप्त किया जा सकता है, लेकिन परम सत्य को केवल
प्रत्यक्ष अनुभव के माध्यम से ही महसूस किया जा सकता है
"आदि शंकराचार्य"

जो यथार्थ मुक्ति का कारण है वो यथार्थ ज्ञान है
पारम्परिक कर्मो का आचरण से ही मनुष्य को ज्ञान प्राप्त होता है
"आदि शंकराचार्य"

भक्ति मुक्ति के लिए सर्वोच्च है
अपने वास्तविक स्वभाव की खोज ही भक्ति है
"आदि शंकराचार्य"

धन जन यौवन का गर्व मत करो
क्षण मात्रा में काल सबकुछ नष्ट कर देता है
"आदि शंकराचार्य"

विशेष रूप से शुद्ध किया गया मन ही सबसे अच्छा और बड़ा तीर्थ हैं
इसके अलावा कहीं कोई तीर्थ करने की जरुरत नहीं
"आदि शंकराचार्य"

भगवद गीता के स्पष्ट ज्ञान से मानव अस्तित्व के सभी लक्ष्य पूरे हो जाते हैं
भगवद गीता वैदिक शास्त्रों की सभी शिक्षाओं का प्रकट सार है
"आदि शंकराचार्य"

आत्म -स्वरुप में लीन चित बारह विषयो की चिंता नहीं करता है
जैसे दूध से निकला घी ,फिर दूध भाव को प्राप्त नहीं होता
"आदि शंकराचार्य"

इस प्रकार व्यक्ति को स्वयं को
अस्तित्व-चेतना-आनंद (सत्-चित-आनंद) की प्रकृति के रूप में जानना चाहिए
"आदि शंकराचार्य"

Adi Shankaracharya Ke Pravachan

Adi Shankaracharya Ke Pravachan

मैंने जो खजाना पाया है उसका शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता
मन इसकी कल्पना नहीं कर सकता
"आदि शंकराचार्य"

आंखों को दुनिया की चीजों की ओर आकर्षित न होने देना
और बाहरी ताकतों को खुद से दूर रखना ही आत्मसंयम है
"आदि शंकराचार्य"

जहां त्याग और मुक्ति की लालसा कमजोर हो
वहां शांति और अन्य गुण रेगिस्तान में मृर्ग तृस्ना की तरह एक मात्र रूप है
"आदि शंकराचार्य"

ऊँची वाणी, शब्दों की प्रचुरता और शास्त्रों की व्याख्या करने में निपुणता
केवल विद्वानों के आनंद के लिए है, वे मुक्ति की ओर नहीं ले जाते
"आदि शंकराचार्य"

वास्तविकता को केवल एक विद्वान द्वारा नहीं बल्कि
समझ की आंखों से ही अनुभव किया जा सकता है
"आदि शंकराचार्य"

जब महान वास्तविकता का पता नहीं चलता है तो शास्त्रों का अध्यन निष्फल होता है
जब महान वास्तविकता ज्ञान हो जाती है तो शाश्त्रों का अध्ययन सफल हो जाता है
"आदि शंकराचार्य"

तीर्थ करने के लिए किसी स्थान पर जाने की जरूरत नहीं है
सबसे अच्छा और बड़ा तीर्थ आपका अपना मन है, जिसे विशेष रूप से शुद्ध किया गया हो
"आदि शंकराचार्य"

हमारी आत्मा एक राजा के समान होती है, और हर व्यक्ति को यह ज्ञान होना चाहिए कि
जो शरीर, इन्द्रियों, मन बुद्धि से बिल्कुल अलग होती है, आत्मा इन सबका साक्षी स्वरूप हैं
"आदि शंकराचार्य"

जिस तरह एक प्रज्वलित दीपक के चमकने के लिए दूसरे दीपक की ज़रुरत नहीं होती है
उसी तरह आत्मा जो खुद ज्ञान स्वरूप है उसे और क़िसी ज्ञान कि आवश्यकता नही होती है,
"आदि शंकराचार्य"

धर्म की किताबे पढ़ने का उस वक़्त तक कोई मतलब नहीं, जब तक आप सच का पता न लगा पाए
उसी तरह से अगर आप सच जानते है तो धर्मग्रंथ पढ़ने कि कोइ जरूरत नहीं हैं, सत्य की राह पर चले
"आदि शंकराचार्य"

अज्ञान के कारण आत्मा सीमित लगती है, लेकिन जब अज्ञान का अंधेरा मिट जाता है
तब आत्मा के वास्तविक स्वरुप का ज्ञान हो जाता है, जैसे बादलों के हट जाने पर सूर्य दिखाई देने लगता है
"आदि शंकराचार्य"

प्रत्येक वस्तु अपने स्वभाव की ओर गति करती है, मैं सदैव सुख की कामना करता हूं
जो कि मेरा वास्तविक स्वरूप है, मेरा स्वभाव मेरे लिए कभी बोझ नहीं है
"आदि शंकराचार्य"

उम्मीद है आपको Adi Shakaracharya Quotes in Hindi पोस्ट में दिए गए सभी कोट्स पसंद आये होंगे | इस पोस्ट को अपने दोस्तों में जरुर शेयर करें |

Read Also

Adi Shankaracharya Quotes in Hindi

Leave a Comment

Copy link
Powered by Social Snap