” वो हमारी गली आये ना आये हम उनकी गली जाते रहेंगे, वो हमें चाहे ना चाहे हम उन्हें ऐसे ही चाहते रहेंगे “
“अब तुम्हारी आदत से हो गयी है क्या करें, इकतरफा इश्क है अब झेलना ही पड़ेगा “
” मत पूछ की कितनी मोहब्बत है तुझसे ऐ बेखबर, बारिश की बूंद भी अगर तुझे छू ले तो हम बादलों से जलने लगते है “
” तेरे होंठ चूमने की ख्वाइश है पर इजाजत तेरे साए को छूने की भी नहीं है “
” एक तरफ़ा है तो क्या हुआ मैंने खुदा माना है उसको “
” आँखों ने दिल से कहा रात से सोई नहीं हूँ, दिल ने आँखों से हसकर कहा होता है……होता है जब मोहब्बत एक तरफ़ा हो “
“जान लेने पर तुले है दोनों, मेरा इश्क हार नहीं मानता और दिल बात नहीं मानता “
“सच्ची मोहब्बत में प्यार मिले ना मिले, लेकिन याद करने के लिए एक चेहरा जरुर मिल जाता है “
जरा छू लूँ तुमको की मुझे यकीं आ जाये, लोग कहते है मुझे साए से मोहब्बत है “
“दिल का हाल बताना नहीं आता किसी को ऐसा तडपाना नहीं आता, सुनाना चाहते है अपनी आवाज मगर बात करने का बहाना नहीं आता “
” तुझे प्यार नहीं है मुझसे ये जानता है दिल, फिर भी रोज तेरी हाँ की उम्मीद लगाता है “
” एक तरफ़ा वाला जो प्यार है ये बड़ा ही मुश्किल होता है, एक दिल को फर्क भी नहीं पड़ता दुसरे वाला दिल रोता है “
” हम एक तरफ़ा चाहने वाले भी कमाल करते है किसी से डरे ना डरे बस प्यार के इजहार से डरते है “
” एक तरफ़ा प्यार भी कितना अजीब होता है जिससे करते है उससे छुपा लेते है, दिल में दर्द तो बहुत होता है पर उसे मुस्कुराता देख हम भी मुस्करा देते है “
“सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूछ लिया करो, मालुम तो हमें भी है की हम आपके कुछ नहीं लगते “
” सभी के चेहरे में वो बात नहीं होती थोड़े से अँधेरे से रात नहीं होती, जिंदिगी में कुछ लोग बहुत प्यारे होते है क्या करें उन्ही से हमारी मुलाक़ात नहीं होती “
” खामोशियाँ भी बोल देती है जब बात नहीं होती, उनसे भी होता है प्यार जिनसे कभी मुलाक़ात नहीं होती “
” मोहब्बत तो एक तरफ़ा ही होती है, जो दोनों तरफ से हो उसे किस्मत कहते है “
” एक तरफ़ा ही सही मगर प्यार किया है उन्हें, हो या ना हो पर हमने तो बेशुमार किया है “
” शायद अब दिल टूटने लगा है, मेरा इश्क टुटा नहीं है, दिल की बात तुझसे कह नहीं पाए, पर मेरा प्यार झूठा नहीं है “
” तुम हमें छोड़ दो पर हम तुम्हारा इन्तेजार करेंगे, तुम से दूर होकर भी हम हमेशा तुम्हे प्यार करेंगे “
” खोये थे यादों में तेरी क्यों खोये थे कुछ याद नहीं, सब कुछ भूल गए तेरी याद में क्या याद था वो भी याद नहीं, तुम ही याद हो बस क्यों याद हो कुछ याद नहीं “
” काश में तुम्हे अनदेखा करता जिस तरह तुम मुझे अनदेखा करती हो “
” दुआ में कमी रह गयी या मेरे इश्क में शायद, तभी मेरी मोहब्बत का तुझे एकसास तक ना हुआ “
” सालों बाद भी याद आऊं तो लौट आना, तुम्हारा पता नहीं मुझे इश्क आज भी है तुमसे “