100+ Political Shayari in Hindi

Political Shayari in Hindi. आज का ये पोस्ट काफी ख़ास होने वाला है क्यूंकि इस पोस्ट में हम आपके लिए कई पोलिटिकल शायरियां लेकर आयें जो जो आपको काफी मजेदार लगेगी| इस पोस्ट को पढने के बाद पॉलिटिक्स के बारे में अपनी राय और बेहतर बना पायेंगे | इसलिए पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़ें |

Political Shayari in Hindi

Political Shayari in Hindi

नेता की बातों में सच्चाई का अभाव होता है
झूठ बोलना तो इनका स्वभाव होता हैं

जुबां का सबसे ज्यादा प्रयोग करने वाला प्राणी है नेता
लपलपाय ऐसी की, जो मुंह में आये वही बक देता

हमारी रहनुमाओ में भला इतना गुमां कैसे
हमारे जागने से, नींद में उनकी खलल कैसे

जिन्दा रहे चाहे जान जाएँ
वोट उसी को दो जो काम आएँ

जो सौदागर डॉलर का हैं
वो खेती को क्या आँकेगा

उम्मीदवार ख़ुद को बेहतर बता रहें सब
किसको मिले सियासत ये कौन जानता है

राजनीति में लोगो को अब बड़ा सोचना चाहिए
जाति-पाति से ऊपर उठकर, ईमानदार नेता चुनाना चाहिए

रहनुमाओं की अदाओं पे फ़िदा है दुनिया
इस बहकती हुई दुनिया को सँभालो यारो

ये लोग पांव नही जे़हन से अपाहिज है
उधर चलेगे जिधर रहनुमा चलाता है

लोकतंत्र की मर्यादा का रखों मान
चुनाव में वोट डालकर ही करो जलपान

Political Shayari in Hindi

तुम से पहले वो जो इक शख़्स यहाँ तख़्त-नशीं था
उस को भी अपने ख़ुदा होने पे इतना ही यक़ीं था

जिनको हम चुनते हैं वो ही हमें धुनते हैं
चाहे बीवी हो या नेता दोनों कहाँ सुनते हैं

आज भी चुनावों का खेल अकेले ही खेलता हूँ
क्योंकि जनता के विरुध चाल चलना मेने नहीं सिखा है

सियासत इस कदर अवाम पे अहसान करती है
पहले आँखे छीन लेती है, फिर चश्में दान करती है

अंधा यदि अंधों का नेतृत्व करें
तो सभी का खाई में गिरना तय है

राजनीति में अब युवाओं को भी आना चाहिए
देश को ईमानदारी का आईना दिखाना चाहिए

एक दो नही करो तुम बीसों अच्छे कार्य लेकिन
यदि चुनाव के दिन न किया मतदान तो सब है बेकार

इस दिए में तेल नहीं
सरकार बनाना खेल नहीं

हम अपना स्टेटस पंचायत राज के चुनावों में अपडेट करते हैं
पैसों पर नहीं जनता पर राज करते है

तबाह कर दिया अहबाब को सियासत ने
मगर मकान से झंडा नहीं उतरता है

Politics Shayari in Hindi

Politics Shayari in Hindi

नए किरदार आते जा रहे हैं
मगर नाटक पुराना चल रहा है

जो दिमाग से खुला, दिल से दयालु है
वह कभी नेता नहीं बन सकता

दुश्मनों से इलेक्शन जितने लगा हूँ
तब से उनके ख्वाब टूटने लगे है

बहुत खूब तुम ये, सियासत का खेल खेलते हो
हो देश भक्त, ये बोल बोल के देश लूटते हो

छप के बिकते थे जो अखबार
सुना है इन दिनों वो बिक के छपा करते है

अच्छे ख़ासे सत्ता के गलियारों में दागी हो जाते हैं
कुर्सी की ख़ातिर अपनों के ही तेवर बाग़ी हो जाते हैं

नेता गरीबों के हक के लिए लड़ते हैं
और लड़ते-लड़ते अमीर हो जाते हैं

हमारी रहनुमाओ में, भला इतना गुमां कैसे
हमारे जागने से नींद में उनकी खलल कैसे

जिनको जमीर बेचना आता हो
नेता बनना उसके लिए मुश्किल नहीं

बड़ी चालाकी से तुम ने खुद को छुपा रखा है
अपने झूठे वादों से लोगों को बेहला रखा है

Politics Shayari in Hindi

जिसकी जो नियत थी उसने वो बहाया
किसानो ने दूध तो, सरकार ने खून बहाया

नेताओ के घर आज भी चमक-दमक रहे हैं
भारत में कुछ नवजात बच्चे भूखे पल रहे हैं

दोस्ती हो या दुश्मनी सलामी दूर से अच्छी लगती हैं
राजनीति में कोई नही सगा, ये बात सच्ची लगती हैं

राजनीति भी रंग-रंगीली हैं
कुछ ने तो बाप की ज़ागीर समझ ली हैं

नेता रास्ते की तलाश नहीं करता
वह बहाने की तलाश में रहता है

सियासी तख़्त पे बैठे हुए हो
तभी इतना यहाँ ऐंठे हुए हो

सियासी जो परचम उठाए हुए हो
मियाँ ख़ुद को क्या तुम बनाए हुए हो

चुनाव लोकतंत्र के आत्मगौरव व स्वतंत्रता का प्रतीक है

हुजूर, यदि आधार को पेट के साथ लिंक कर दिया जाए
तो पता चल जाता कितने फाका करते हैं

चुनावों में दुनिया को देखो मुस्कुराती
और खुशिया बनाती नजर आएगी

Rajneeti Shayari in Hindi

Rajneeti Shayari in Hindi

राजनीतिक दलों के झंडों से
तुम तिरंगे को तौलना भी मत

हमने जिम्मेदारी दी है देश चलाने की
फेल हुए तो उनको लानत भी हम ही देंगे

गंदी राजनीति का यह भी एक परिणाम हैं
बीस रूपये एक बोतल पानी का दाम हैं

एक तरफ उंगलियों पे चुनाव की कालिख
एक तरफ उड़ती दिखे शमशान की कालिख

न मस्जिद को जानते हैं न शिवालो को जानते हैं
जो भूखे पेट हैं वो सिर्फ निवालों को जानते हैं

हमारी मर्ज़ी से अब क्या बदलने वाला है
तुम्हारे कब्ज़े में वोटिंग मशीन है साहब

लोकतंत्र जब अपने असली रंग में आता हैं
तो नेताओं की औकात का पता चल जाता हैं

अब की बार नहीं आएगी झाँसे में आवाम मियाँ
तुम पहुँचा दो सत्ता के गलियारों तक संदेश मेरा

नेता भी क्या खूब ठगते हैं
ये तो 5 साल बाद ही दिखते हैं

कागज के इंसानो पर आग की निगरानी है
अंधी सत्ता के हाथों मासूमो को जान गवानी है

Rajneeti Shayari in Hindi

हमारी रोज़ी-रोटी छीनकर ही
किसी की रोज़ी-रोटी चल रही है

भरो हुंकार ऐसी, दिल्ली का दरबार हिल जाए
युवाओं कर दो कुछ ऐसा कि ये सरकार हिल जाए

ऐसा कोई ईलाका नही जहां अपना कहर नहीं
ऐसी कोई मोहल्ला नही, जहां अपनी चली नही

राजनीति का जनून भी बड़ा गजब होता है
वही लोग दुश्मन बनता है, जो सबसे ख़ास होते है

कल सियासत में भी मोहब्बत थी
अब मोहब्बत में भी सियासत है

खेल चुनाव का हो या जिंदगी
का अपना इक्का तभी दिखाना, जब सामने बिग शेर हो तब

दूर से देखके गर्मी में रेत को पानी समझ लिया
कुछ अच्छे लोगों ने अहंकार में खुद को सर्वज्ञानी समझ लिया

चुनावों का बादशाह हूं और कलम मेरी
पंचायत मेरी गुलाम बाकी मालिक की मेहरबानी

अपनी अदा हैं सबसे निराली
इसलिए राजनीति से दूरी बना ली

न सरकारी हो बन्दा तो कोई लड़की नहीँ देता
बचीं थी नौकरी जो भी वो सारी खा गऐ नेता

Political Status in Hindi

Political Status in Hindi

बुलंदी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है
बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी खतरे में रहती है

क्या खोया, क्या पाया जग में, मिलते और बिछुड़ते मग में
मुझे किसी से नही शिकायत, यद्यपि छला गया पग-पग में

ये जो हालत हैं, ये सब तो सुधर जायेंगे
पर कई लोग निगाहों से उतर जायेंगे

दुश्मन तो खोद निकलेंगे हम सात समन्दर पार से
लेकिन कैसे बच पायेंगे अपने घर के गद्दार से

ये तेरे मन का खोट है जो तुझे सोने नहीं देता
मत दे दोष किसी को वक्त किसी का नहीं होता

सभी एक जैसा ही लिखते हैं, बस मतलब बदल जाते हैं
सरकारे वैसे ही चलती हैं, बस वजीर-ए-आजम बदल जाते हैं

समझना मुश्किल है लेकिन बहुत आसान सी नीति हूं, हां मैं राजनीति हूं
चंद लोगो की वजह से हर वक्त जहर पीती हूं, हां मैं राजनीति हूं

किसी पेड़ के कटने का किस्सा न होता
अगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होगा

में तो इलेक्सन का बादशाह हूँ
जो सुनते भी दिल की आवाज हैं, और करते भी अपनी हैं

एक मुद्दत से अजब रात यहाँ तारी है
शहर जलते हैं मगर नींद हमें प्यारी है

Political Status in Hindi

सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं
मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए

मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना
जरा सी भी चूके, तो चुनावों में जीत मेरी होगी

दुनिया को आज मुझ पर हजारो गलतिया नजर आती हैं
कभी वही लोग हमारी गलती पर भी ताली बजाते थे

सरकार को गरीबों का ख्याल कब आता है?
चुनाव नजदीक आ जाए तो मुद्दा उछाला जाता है

अगर तू दोस्त हैं, तो फिर ये खंजर क्यूँ हैं हाथो में
अगर दुश्मन हैं, तो आख़िर मेरा सिर क्यूँ नही जाता

सियासत नफ़रतों का जख्म भरने ही नहीं देती
जहाँ भरने पे आता हैं तो मक्खी बैठ जाती हैं

चोर बेईमान और भ्रष्ट नेताओं की क्यों करते हो बात
लोकतंत्र की ताकत है जनता में दिखला दो इनकी औकात

हर कोई यहाँ किसी न किसी पार्टी के विचारो का गुलाम हैं
इसलिए भारत का ये हाल हैं, किसान बेहाल हैं. नेता माला-माल हैं

कुर्सी है तुम्हारा ये जनाज़ा तो नहीं है
कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते

सुनो इक मुल्क ने रोटी का एटम बम बनाकर
उसी से भूखे लोगों की हिफ़ाज़त कर रहा है

Rajniti Par Shayari

Rajniti Par Shayari

हर किसी से ये फरियाद करेंगे, बस केवल नौजवानो को ही याद करेंगे
खुद तो बुढे होकर राजनीति के मजे ले रहे है, तो युवाओ के लिए क्या खाक करेंगे

मैं साँसें तक लुटा सकता हूँ उसके एक इशारे पर
मगर वो मेरे हर वादे को सरकारी समझता है

चुनाव है लोकतंत्र की एकता का आधार
मतदान करके इसके महत्व को करो साकार

हाँ देख ज़रा क्या तेरे क़दमों के तले है
ठोकर भी वो खाए है,जो इतरा के चले है

मन से बड़ा कोई धाम न मिलेगा विभीषण
अगर बन भी गए तो अब राम ना मिलेगा

हाकिम को इक चिट्ठी लिखो, सब के सब
और उसमें बस इतना लिखना, लानत है

आओ दोस्तो राजनीति को एक नया मोड़ देते है
झूठे वादो को छोड़कर विकास की ओर जोड़ देते है

युद्धों में कभी नहीं हारे , हम डरते है छलचंदो से
हर बार पराजय पाई है , अपने घर के जयचंदो से

बारी-बारी लूट रहे है लगा-लगा कर अपना फेरा
सामूहिक चुप्पी के नीचे पलता है बेशर्म अँधेरा

सरकार को गरीबों का ख्याल कब आता है
चुनाव नजदीक आ जाए, तो मुद्दा उछाला जाता है

Shayari on Politics in Hindi

Shayari on Politics in Hindi

शेर खुद अपनी ताकत से जंगल का राजा कहलाता है
जंगल में चुनाव नहीं होते, वरना चिड़ीया जानवर भी बादशाह कहलाते

चोर, बेईमान और भ्रष्ट नेताओं की क्यों करते हो बात
लोकतंत्र की ताकत है जनता में, दिखला दो इनकी औकात

जो धरापुत्र का वध कर दे, वह राजपुरूष नाकारा हैं
जिस धरती पर किसान का रक्त गिरे उसका शासक हत्यारा हैं

जरूरत पर सब यार होते हैं, जरूरत न हो तो पलट कर वार होते हैं
चुनाव नजदीक आ रहा हैं बच के रहना, क्योंकि ज्यादातर नेता गद्दार होते हैं

राजनीति का काम समाज के लिए, विकास और उन्नति के लिए नीतियां बनाना है
लेकिन नेताओं ने राजनीति को, राज करने की नीति तक सीमित कर दिया है

मुर्दा लोहे को औजार बनाने वाले, अपने आँसू को हथियार बनाने वाले
हमको बेकार समझते हैं सियासतदां, मगर हम है इस मुल्क की सरकार बनाने वाले

खदर के लिए खाकी लाल हो जाती है, ख़बर सियासत की दलाल हो जाती है
ज़ुल्म ढाये जाते हैं आम जनता पर और, राजनीति बैठे-बिठाए मालामाल हो जाती है

चुनाव दो चरणों में होते हैं, पहले चरण में नेता जनता के चरण में होते हैं
दूसरे चरण में जनता नेता की चरण में होते हैं

क्या भरोसा करे आज-कल के नेताओं पर, ये तो अब जनता को भरमाने लगे हैं
नेता इतने रंग बदलते हैं, कि गिरगिट भी शर्माने लगे हैं

जो मातृभूमि की जय कहते सकुचाते, मजहब को मुल्क से ऊपर बतलाते
नमक देश का खााते दुश्मन गुण गाते, ऐसे गद्दारों पे कुत्ते भी तो शरमाते

सरहदों पर बहुत तनाव है क्या, कुछ पता तो करो चुनाव है क्या
और खौफ बिखरा है दोनों समतो में, तीसरी समत का दबाव है क्या

पोलिटिकल स्टेटस जिसका ऊंचा होगा, सियासत का पहुंचा हुआ खिलाड़ी होगा
इस राजनीति में वही ईमानदार मिलेगा, जो राजनीति में अभी अनाड़ी होगा

राजनीत का लक्ष्य सिर्फ पैसा कमाना रह गया, झूठ को सच सच को झूठ दिखाना रह गया
समाज सेवा के लिए सियासत में आना, आकर नेता भरता ख़ुद का ही ख़ज़ाना रह गया

सियासत की रंगत में ना डूबो इतना, कि वीरों की शहादत भी नजर ना आए
जरा सा याद कर लो अपने वायदे जुबान को, अगर तुम्हे अपनी जुबां का कहा याद आए

राजनीति में हर कोई होशियार हैं, हर नेता चोरी करने को तैयार हैं
पकड़ा न जाऊं इसका ख़ास ध्यान रखते हैं, घमंड से भरे, पर साधारण दिखने का प्रयास करते हैं

उम्मीद है आप सभी को ये पोस्ट Political Shayari in Hindi पसंद आया होगा| पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें |

Read Also

Political Shayari in Hindi

Leave a Comment

Copy link
Powered by Social Snap