” एक सूरज था की तारों के घराने से उठा, आँख हैरान है क्या शक्श ज़माने से उठा “
” रहने को सदा इस दुनिया में आता नहीं कोई, तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई “
” जाने वाले कभी नहीं जाते, जाने वालों की यात आती है “
” जिंदगी बैठी थी अपने हसन पे फूली हुयी, मौत ने आते ही सारा रंग फीका कर दिया “
” मौत ने चुपके से ना जाने क्या कहा और जिंदगी खामोश हो गयी “
” जैसे एक अच्छी तरह बिताया दिन सुखद नींद लेकर आता ह, उसी तरह एक अच्छी तरह बिताया जीवन सुखद मौत लेकर आता है “
” कहानी ख़त्म हुयी और ऐसी ख़त्म हुयी की लोग रोने लगे तालियाँ बजाते हुए “
” जिससे चाहकर भी कोई बच नहीं पाया, मृत्यु वो अटल सत्य है “
” जिंदगी एक जंग है जिसे आखिर में सबको हार जाना है, इस दुनिया को छोड़कर कही और जाना है “
” उठ गयी है सामने से कैसी कैसी सूरतें, रोये किसके लिए किस किस का मातम मनाये “
” सबके सामने मुस्करा कर दिल में इतने गम लिए, कौन सी मुसीबत से डरकर इस कदर चल दिए “
” एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जायेंगे सब रिश्ते इस जमीन से तोड़ जायेंगे, जितना जी चाहे सता लो तुम मुझे एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे “
” लोग अच्छे है की बहुत दिल में उतर जाते है एक बुराई है तो बस ये की मर जाते है “
” एक तारा कल टुटा था अम्बर से आसमां का रंग पूरा बदल चूका था, सोये थे इस आस में की नयी सुबह होगी पर आँखें खुली तो सूरज ढल चूका था “
” कभी ना मिलने का वादा लेकर वो चल गए, कुछ दर्द वो हद से ज्यादा देकर चले गए “
” जिंदगी की पहली क़िस्त जन्म होती है और आखिरी क़िस्त मृत्यु होती है “
” मृत्यु कोई रहस्य नहीं यह एक दशा है जो सबके जीवन में एक बार जरुर आती है “
” मृत्यु सत्य है और शरीर नश्वर है जानकार भी अपनों के जाने का दुःख होता है “
” मौत से इस कदर डरते है हम, मौत आसन करने के लिए रोज मरते है हम “
” बिछड़ा कुछ इस अदा से की रुत ही बदल गयी, एक शक्श सारे शहर को वीरान कर गया “
” बगीचे में फुल तो कुछ दिनों के लिए खिलता है, भगवान् तो उन्हें अपने पास बुलाते है जो उन्हें सबसे प्यारा लगता है “
” जिनके जाने से सारी दुनिया रोती है, ऐसे लोगों में कर्म की महानता होती है “
” हर एक पल कुछ इस कदर जिया करो जिंदगी को, की मौत भी आ जाये तो शिकवा ना हो जिंदगी को “
” मौत की आने का कोई वक्त तय नहीं होता है, इसलिए इसके आने से पहले अपनी जिंदगी को भरपूर जियो “
” शमशान की राख देखकर मन में एक ख्याल आया, सिर्फ राख होने के लिए इंसान जिंदगी भर दूसरों से कितना जलता है “