Bewafa Shayari in Hindi. जहाँ प्यार होता है तो वहां बेवफाई भी होती है और जब आपका प्यार बेवफा हो जाता है तो उस वक्त दिल पर क्या गुजरती है शब्दों में बयां करना मुश्किल है| प्यार में चोट खाए इंसान के दर्द की गहराई को समझ पाना मुश्किल होता है | आज के इस पोस्ट में हम बेवफाई के ऊपर शायरी लेकर आये है जो बेवफाई का दर्द झेल रहे इंसान के हालात को बयां करती है |
Table of Contents
Bewafa Shayari
ज़िन्दगी छीन ली गई मुझसे आप कहते हैं कोई बात नहीं
कभी मिले फुर्सत तो इतना जरूर बताना वो कौन सी मोहब्बत थी, जो हम तुम्हे ना दे सके
रो पड़ा है आसमा भी मेरी वफ़ा को देख कर देख तेरी बेवफाई की बात, बादलों तक जा पहुंची
तूने ही लगा दिया इलज़ाम-ए-बेवफाई अदालत भी तेरी थी गवाह भी तू ही थी
पहले इश्क फिर धोखा फिर बेवफ़ाई बड़ी तरकीब से एक शख्स ने तबाह किया
कोई नहीं याद रखता वफ़ा करने वालों को मेरी मनो बेवफा हो जाओ ज़माना याद रखेगा
मोहब्बतें पनाह मांगती हैं लोग इस क़दर बेवफा हैं आजकल
आंसू निकल पड़े आसमां के भी, मेरी वफा को देखकर देख तेरी बेवफाई आसमान तक जा पहुंची
बेवफाई का ताज तुम्हे मुबारक हो बड़े इत्मीनान से खेले हो, मेरे इस मासूम दिल से
भूलना था तो ये इकरार किया ही क्यों था बेवफा तुने मुझे प्यार किया ही क्यों था
Bewafa Shayari
अगर दिल तोड़ने वालों की कहीं लिस्ट बन रही होती मेरी महबूबा उस लिस्ट में पहले नंबर पर होती
बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे-धीरे एक शहर अब इनका भी होना चाहिए.
वो बेवफ़ा है तो क्या, मत कहो बुरा उसको कि जो हुआ सो हुआ, ख़ुश रखे ख़ुदा उसको
बड़ा अजीब दस्तूर है इस दुनिया का, बेवफाई दिलबर करता है लेकिन बदनाम सरेआम मोहब्बत होती है
जहाँ से जी न लगे तुम वहीं बिछड़ जाना मगर ख़ुदा के लिए बेवफ़ाई न करना
हमको दिल से भी निकाला गया, फिर शहर से भी हमको पत्थर से भी मारा गया, और जहर से भी
हम इश्क़ में वफ़ा करते करते बेहाल हो गए और वो बेवफाई करके भी खुशहाल हो गए
खुदा ने पूछा क्या सजा दूँ उस बेवफा को दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी, और कोई छोड़ के चले जाये उसे भी
इंसानों के कंधे पर इंसान जा रहे हैं, कफ़न में लिपट कर कुछ अरमान जा रहे हैं जिन्हें मिली मोहब्बत में बेवफ़ाई, वफ़ा की तलाश में वो कब्रिस्तान जा रहे हैं
ये बेवफा, वफा की कीमत क्या जाने, ये बेवफा गम-ए-मोहब्बत क्या जाने जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर, वो भला प्यार की कीमत क्या जाने
Bewafa Shayari in Hindi
हमसे न करिये बातें यूँ बेरुखी से सनम होने लगे हो कुछ-कुछ बेवफा से तुम
अब मैंने खुद का धयान रखना शुरू कर दिया है क्योंकि धयान रखने वाले अब बदल चुके है
समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी
जिन्दगी में प्यार का पौधा लगाने से पहले जमीन परख लेना क्योंकि हर मिट्टी की फितरत में वफ़ा नहीं होती.
अरे बेपनाह मोहब्बत की थी हमने तुझसे ओ बेवफा तुझे दुःख दूं ये न होगा कभी खुद मर जाऊं यहीं ठीक है
हम से क्या हो सका मोहब्बत में ख़ैर तुम ने तो बेवफ़ाई की
तेरी बेवफाई का सौ बार शुक्रिया मेरी जान छूटी, इश्क़-ए-बवाल से
हम गम, तन्हाई और जुदाई से मरते रहे और वो बेवफा बनके चुप बैठे रहे
तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की हम बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे
तुझे भूल कर कहीं मैं मर ना जाऊं इस तरह के कुछ वादे थे उस बेवफा के
Bewafa Shayari in Hindi
दिल में छुपा के रखा था तुझको तूने अपने दिल की सुनी, हमारी नहीं
आज तो अवारस की बिरादरी में शामिल हो गया ले लो मेरा प्यार भी आज अधूरा रह गया है
बड़ी सादगी से वो बेवफाई करके निकल गए हम वफाएं करके भी, बस तंहा यूं ही रह गए
सीख कर गया है वो मोहब्बत मुझसे जिस से भी करेगा बेमिसाल करेगा
डाल कर आदत बेपनाह मोहब्बत की अब वो कहते है की समझा करो वक़्त नहीं है
कुछ और पता नहीं मुझे पर जिसके लिए में रोई हूँ, तू वो पहला इंसान है
काम आ सकीं न अपनी वफ़ाएँ तो क्या करें उस बेवफ़ा को भूल न जाएँ तो क्या करें
तेरे बिना ज़िंदगी कुछ भी नहीं तू छोड़ दे इसे, हम बस ज़िंदगी गुज़ारेंगे
तूने छोड़ दिया उसका ज्यादा गम नहीं पर तूने मेरे जिस्म और जज्बातो से खेला, इसका दुःख कोई कम नहीं
ये मोहब्बत के हादसे अक्सर दिलों को तोड़ देते हैं तुम मंजिल की बात करते हो लोग राहों में ही साथ छोड़ देते हैं.
Dard Bhari Bewafa Shayari
मुझसे बिछड़ कर भी वो लड़की कितनी ख़ुश ख़ुश रहती है उस लड़की ने मुझसे बिछड़ कर मर जाने की ठानी थी
प्यार में जो तूने मुझे बेवफाई की सजा दी मेरी वफाओं का कुसूर क्या था, इतना तो बता दिया होता
पाँव बांध देती है घर की बंदिशें वरना लड़कियां मोहब्बत में बेवफा नहीं होती
खोज तो लेते उन्हें आखिर सच्चा प्यार जो किया था पर रोक दी तलाश हमने क्योंकि, वो खोये नहीं बेवफा निकले
मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखा जिन्हे दावा था वफा का उन्हें भी हमने बेवफा देखा
नाजुक लगते थे जो हसीन लोग वास्ता पड़ा तो पत्थर के निकले
तेरे हुस्न पे तारीफों भरी किताब लिख देता काश तेरी वफ़ा तेरे हुस्न के बराबर होती
भुला दे ऐ दिल, तू भी अब उनको वह तुझे छोड़कर, अपनी दुनिया में मसरूफ हैं
भुला दूंगा तुम्हे भी थोड़ा सबर रखना तुम्हारी तरह बेवफा होने में थोडा वक्त लगेगा
तुम नहीं मिले तो क्या हुआ सबक तो मिल गया
Dard Bhari Bewafa Shayari
तुम बदले तो मजबूरियाँ थी हम बदले तो बेवफ़ा हो गए
कोमल, दयालु लगते थे जो हसीन लोग वास्ता पड़ा तो कठोर और पत्थर के निकले
सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा इतना मत चाहो उसे वो बेवफ़ा हो जाएगा
तुम नहीं मिले तो क्या हुआ सबक तो मिल गया
कभी जिनकी आंखों से वफाओं के आंसू गिरा करते थे आज उन आंखों में, बेवफाई की बेहयाई नजर आती है
फिर उसी बेवफ़ा पे मरते हैं फिर वही ज़िंदगी हमारी है
तेरी बेवफाई ने मेरा ये हाल कर दिया है की अब मैं नही रोता मुझे देख कर लोग रोते हैं
सारी जिंदगी थक गए हम, उससे वफा निभाते-निभाते वो शख्स बेवफा था बेवफा ही रहा
मोहब्बत ना सही प्यार तो किया करो साथ नहीं दे सकते तो, कम से कम बात तो किया करो
मुर्शिद क्या सुनाएँ हाल ए दिल अपना खुद को खुद से बर्बाद किया है
Bewafa Shayari Urdu
कुछ न मिला तो तेरा ही नाम लिखूंगा ओ बेवफा मैं तुझी पर सारे इल्जाम लिखूंगा
ये मैं अक्सर सोचता हूँ की वो हमें कैसे भूल गए होंगे शायद हमें बेवफा मान कर, भूलने कीवजह मिल गयी होगी
इंसान अपने आप में मजबूर है बहुत कोई नहीं है बेवफ़ा अफ़सोस मत करो
एक वक्त पर जाकर ये, महसूस होता है की बेहतर होता अगर हम, कुछ लोगो से मिले ही न होते
कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थी, कि तुझे अलविदा भी ना कह सका तेरी सादगी में इतना फरेब था, कि तुझे बेवफा भी न कह सका
उधार मांग ली ज़िंदगी ने हमसे अब चुकता कर रहे हैं दर्द-ए-दिल दिन रात
मिल जाये गा हमे भी कोई टूट कर चाहने वाला अब शहर का शहर तो बेवफा नहीं हो सकता
अब मत खोलना मेरी जिंदगी की पुरानी किताबों को जो थी वो मैं रही नहीं जो हूँ वो किसी को पता नहीं.
जिनसे थे मेरे नैन मिले, बन गए थे ज़िन्दगी के सिलसिले इतना प्यार करने के बाद भी, सनम मेरे बेवफा निकले
जो छोड़ जाएं तेरे वजूद को उन्हें भूलने की कोशिश न करना
Bewafa Shayari Urdu
तुम साथ थी तो जन्नत थी मेरी ज़िन्दगी अब तो हर साँस ज़िंदा रहने की वजह पूछती है
हसीनाओं से आजकल डर सा लगने लगा है चेहरे पर वफाएं और दिल में बेवफाई लिए फिरते हैं
मेरे फन को तराशा है सभी के नेक इरादों ने किसी की बेवफाई ने किसी के झूठे वादों ने
इक अजब हाल है कि अब उसको याद करना भी बेवफ़ाई है
जब तक न लगे एक बेवफाई की ठोकर हर किसी को अपने महबूब पे नाज़ होता है
हम तो तेरे इश्क के सच्चे खरीदार थे तू ही सौदागर धोकेबाज़ निकला
आँखों की नींद दोनों तरह से हराम है उस बेवफ़ा को याद करें या भुलाएँ हम
अपने जुल्म और सितम का हिसाब क्या दोगे जब खुद बेवफा हो उसका जवाब क्या दोगे
मैंने अपनी ज़िन्दगी के रस्ते बदल दिए हैं अब जो हमारे साथ खड़े हैं, वही हमारे साथ चलेंगे
दिल टूटा है तेरी चाहत में तेरे सिवा कुछ नज़र नहीं आता
Bewafa Dhokebaaz Shayari
मेरी ज़िन्दगी में ये कैसे तन्हाई आखरी उम्मीद ने भी की बेवफाई
तेरी बेवफाई में ए बेवफा मुझे गुस्सा अपने प्यार पर आता है
तू भी आईने की तरह बेवफा निकला जो सामने आया उसी का हो गया
अभी पास है तो ठोकर मारकर बेवफा बना देते हो जब दूर हो जाएंगे, तो प्यार जाताओगे
सब कुछ होते हुए भी इस दिल का दर्द नहीं जाता क्यूंकि किस्मत ने हमें बेवफा बना दिया
वफा करके भी हालातों ने हमें बेवफ़ा बना दिया है सच्चा प्यार करके भी हमें रुसवा कर दिया है
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी बेवफा मैंने तुझको भुलाया नहीं अभी
उसके चाहने वालों का आज उसकी गली में धरना है यहीं पे रुक जाओ तो ठीक है आगे जाके मरना है
मैं अब खुद को इस कदर बिगाड़ दूंगा अगर किसी का होना भी चाहूं तो कोई अपनाएगा नहीं
बेवफा तो वो खुद हैं, पर इल्ज़ाम किसी और को देते हैं पहले नाम था मेरा उनके लबों पर, अब वो नाम किसी और का लेते हैं
Bewafa Dhokebaaz Shayari
अपने गुरूर को आजमाने की जिद थी वरना हमें मालूम था की तुम बेवफा हो जाओगे
बादलों ने गरजना छोड़ दिया, बारिशों ने बरसना छोड़ दिया आप तो हमको भूल गए, इसीलिए हमने भी आपके लिए तरसना छोड़ दिया
अपने गुरूर को आजमाने की जिद थी वरना हमें मालूम था की तुम बेवफा हो जाओगे
जब आपको बिना गलती के सजा मिले तो उसे बेवफाई कहा जाता है
उसने महबूब ही तो बदला है फिर ताज्जुब कैसा दुआ कबूल ना हो तो लोग खुदा तक बदल लेते है
मत कीजिए मुझ पर यकीन अब मुझे भी भरोसा नहीं रहा खुद पर
मुझे शिकवा नहीं कुछ बेवफ़ाई का तेरी हरगिज़ गिला तो तब हो अगर तूने किसी से निभाई हो
ज़िन्दगी छीन ली गई मुझसे आप कहते हैं कोई बात नहीं
हमारे हर सवाल का सिर्फ एक ही जवाब आया पैगाम जो पहूँचा हम तक बेवफा इल्जाम आया
बिल्कुल नहीं बन रही जिंदगी से मेरी बिन बताए चला जाऊं तो माफ कर देना
Bewafa Sad Shayari
रात का गहेरा अंधेरा मेरे ख्वाबों पर छा गया है तेरी बेवफाई के गम में, बस आंसू बहाए जा रहे हैं
वो तुझे भूलें हैं तो तुझपे भी लाज़िम है 'मीर' ख़ाक डाल, आग लगा, नाम न ले, याद न कर
किसी से इतनी उम्मीद न करें कि आशा के साथ-साथ आप भी टूट जाएं
सच में प्यार भी कितना अजीब होता है जिसे मैं कभी नहीं जानता था, आज बहुत दर्द होता है
कुछ टूटने की खबर आंसू है, हमारे जीवन का अखबार आँसू है घटनाएं सभी हल्की हैं, फिर भी भारी आँसू निकल रहे हैं
कह दिया उसने मुझको ही बेवफा मुझे छोड़ने के लिए कोई बहाना न मिला
कोई मिला ही नहीं जिसको वफा देते हर एक ने दिल तोड़ा किस-किस को सजा देते
तेरी बेवफाई का गम तो नहीं मगर तू बेवफा है दुःख ये भी कम नहीं
उनकी सोहबत में गए सँभले दोबारा टूटे हम किसी शख़्स को दे दे के सहारा टूटे
हर भूल तेरी माफ़ की, तेरी हर खता को भुला दिया गम है कि मेरे प्यार का, तूने बेवफाई सिला दिया
Bewafa Sad Shayari
जिससे हमने बेवफाई पायी, वो हमसे वफ़ा की उम्मीद करते हैं दिल पर जख़्म देके, निशान शरीर पर ढूंढ़ते हैं
हम उन्हें जिंदगी बना रहे थे और वो हमें बेवकूफ
तेरे दिल को मैंने संवारा था अपनी मोहब्बत से पर वफाएं उसने की, मगर गैरों के लिए
और तो क्या था बेचने के लिए अपनी आँखों के ख़्वाब बेचे हैं
वो कहता है अब मैं खूबसूरत नहीं रही जिसे मेरी सादगी से भी कभी इश्क हुआ था
इश्क होता है, तब शोर मच जाता है लेकिन जब दिल टूटता है, तो एक खामोशी दे जाता है
वो कुछ ऐसे लोगों में से निकले जो बस हमारे सामने ही हमारे थे
वो दिल लगा के मेरे दिल से खेलते रहे हम सर झुका के सारे सितम झेलते रहे
यह ठीक है, आपको अपना वफा नहीं मिला मैं प्रार्थना करूंगा कि आपको कोई बेवफा न मिले
उसको फ़ुर्सत ही नहीं दुनियां से वो जो एक सख्स मेरी दुनियां है
Bewafa Dard Bhari Shayari
अनदेखी का शौक था हमने भी उनका तोहफा, उन्ही को वापस कर दिया
वादे किए थे जिन्होंने प्यार का वो ख़ुद रह गए मगर हम जिंदा रह गए
दिल में आने का तो रास्ता होता है पर जाने का नही इसलिए जब भी कोई इंसान जाता है, दिल तोड़ कर ही जाता है
मेरी आँखों में आँसू की तरह एक बार आ जाओ तक़ल्लुफ़ से बनावट से अदा से चोट लगती है.
मैं तेरे बाद कोई तेरे जैसा ढूँढता हूँ जो बेवफ़ाई करे और बेवफ़ा न लगे
ये दुःख अलग है कि उससे मैं दूर हो रहा हूँ ये ग़म जुदा है वो ख़ुद मुझे दूर कर रहा है
क़दर भी तेरी क्या होगी हमें जब तूने खुद को ही नज़रअंदाज़ किया
मुझे बेवफाई नहीं चाइये थी, मुझे धोका नहीं चाइये था मुझे तो बस थोड़ा सा प्यार चाइये था
आँखों में आँसू आ गए ये सोच कर दुनिया तो बेवफा थी, पर उसको क्या हुआ
मोहब्बत में अक्सर ऐसा ही होता है बेवफाई करने वाले हंसते हैं, और वफा करने वाले रोते हैं
सोचा था कि वक्त के साथ सब ठीक हो जाएगा पर वक्त ने ऐसी करवट बदली, जो ठीक था उसे भी बिगाड़ दिया
मोहब्बत में ऐसा क्यों होता है बेवफाई में वो रोते हैं और वफ़ा में हम रोए हैं
इस दुनिया की महफ़िल में चारो और मतलब है मतलब ख़त्म होते ही रिश्ता भी ख़त्म कर दिया जाता है.
तुम क्या जानो बेवफाई की हद ये दोस्त वो हमसे इश्क सीखता रहा किसी और के लिए
मैं आपको कितनी बार माफ कर दूं, पिछली बार भी मैंने एक ही बात कही थी कि अब ऐसी गलती नहीं होगी
Bewafa Shayari For Girlfriend
एक दिन मैं अपनी तरफ से आखरी कोशिश करूंगा फिर उसके बाद मैं तुझे पलटकर भी नहीं देखूंगा
प्यार निभाना इतना मुश्किल भी नहीं था कुछ तेरी वफाओं में कमी थी, कुछ जमाना धोखा दे गया
दिल भी तोड़ा तो सलीक़े से न तोड़ा तुम ने बेवफ़ाई के भी आदाब हुआ करते हैं
तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना, तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना, मैं शौक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना
प्यार करना हमें नहीं आता, इसलिए अपना प्यार हार गए हमारी ज़िन्दगी से उन्हें बहुत प्यार था, इसलिए वो बेवफा हमें जिंदा ही मार गए
जवाब है सब कुछ दे देना, जो लोग मेरे रिश्ते की अहमियत को नहीं समझ पाए हैं वो अब भी मेरी बातों को क्या समझेंगे?
हमने ये सोचा वो वापिस आए हमारी मोहब्बत के लिए मगर वो बेवफा वापिस आए सिर्फ अपने काम के लिए
जो किसी और का हो गया, बेवफाई करके हमें रोता हुआ छोड़ गया फिर भी ये दिल उसको ही ढूंढ़ता है, ये कैसी चाहत हे यारों…? जो बेवफा हे
खुद को कुछ इस तरह तबाह किया, इश्क़ किया क्या ख़ूबसूरत गुनाह किया जब मुहब्बत में न थे तब खुश थे हम, दिल का सौदा किया बेवजह किया
जहाँ पर नफरतों के खुरदरे दस्तूर होते हैं, वहाँ पर प्यार के किस्से बहुत मशहूर होते है ये रिश्तों के उजालों में चमकते और बुझते हैं, कहीं ये अश्क होते हैं कहीं सिन्दूर होते हैं.
हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला, हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी, हर कोई मकसद का तलबगार मिला
दिल.मारने.वाले आंखों से रोते नहीं हैं, जो अपने नहीं बने हैं वो किसी के नहीं बने हैं वक्त हमेशा हमें सिखाता है कि सपने टूटे हैं, लेकिन पूरे नहीं होते
आप बेवफा होंगे सोचा ही नहीं था, आप भी कभी खफा होंगे सोचा नहीं था जो गीत लिखे थे कभी प्यार में तेरे, वही गीत रुसवा होंगे सोचा ही नहीं था
इल्जाम न दे मुझको तूने ही सिखाई बेवफाई है, देकर के धोखा मुझे मुझको दी रुसवाई है मोहब्बत में दिया जो तूने वही अब तू पाएगी, पछताना छोड़ दे तू भी औरों से धोखा खायेगी.
फूल के साथ कांटे भी नसीब होता है, ख़ुशी के साथ ग़म भी नसीब होता है मज़बूरी ही ले डूबती है हर आशिक़ को, वर्ना ख़ुशी से बेवफा कौन होता है
ना जाने क्यूँ नज़र लगी ज़माने की, अब वजह मिलती नहीं मुस्कुराने की तुम्हारा गुस्सा होना तो जायज़ था, हमारी आदत छूट गयी मनाने की
मेरी वफा के बदले बेवफाई न दिया कर, मेरी उम्मीद ठुकरा के इन्कार न किया कर तेरी मोहब्बत में हम सब कुछ गँवा बैठे, जान भी चली जायेगी इम्तिहान न लिया कर
उम्मीद है आप सभी को पोस्ट में दी गयी Bewafa Shayari पसंद आई होगी | पोस्ट को अपने ओस्तों में जरुर शेयर करें |