Bewafa Shayari in Hindi For Boyfriend. प्यार में जब कोई बेवफाई करता है तो दिल को गहरा आघात लगता है | दिल को एक गहरी चोट लगती है जिससे उभरने में काफी वक्त लग जाता है | अगर आपका पहला प्यार हो और वो बेवफाई कर दे तो उसका आघात और भी गहरा होता है | आज के इस पोस्ट में हमने बेवफा बॉयफ्रेंड के ऊपर शायरी को कलेक्शन बनाया है इसलिए पोस्ट को अंत तक पढ़े शायद आप इन शब्दों से अपने हालात को जुड़ा हुआ महसूस करें |
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Bewafa Shayari in Hindi For Boyfriend
बर्बाद कर गया वो जिंदगी प्यार के नाम से, बेवफाई मिली सिर्फ वफ़ा के नाम से जख्म ही जख्म दिया उसने दावा के नाम से, खुद भी रो पड़ा वो मेरी मोहब्बत के अंजाम से
बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले बेवफाई करो तो रोते हैं, और वफा करो तो रुलाते हैं
वो कहता है कि मजबूरियां हैं बहुत साफ लफ़्ज़ों में खुद को बेवफा नहीं कहता
चलो मान लेती हुँ की, मुझे मोहब्बत करनी नहीं आती लेकिन आप तो ये बताओ, आप को दिल तोडना किसने सीखाया
क्या जानो तुम बेवफाई की हद दोस्तों वो हमसे इश्क सीखते रहा किसी ओर के लिए
अब मत खोलना, मेरी जिंदगी की पुरानी किताबों को जो थी वो मैं रही नहीं, जो हूँ वो किसी को पता नहीं
ये मोहब्बत के हादसे अक्सर दिलों को तोड़ देते हैं तुम मंजिल की बात करते हो लोग राहों में ही साथ छोड़ देते हैं
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी, कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने, आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी
तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना, तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना, मैं शौक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना
हमारी ख़ुशी की खुदा से फ़रियाद ना करना, भुला देना मुझे तुम कभी याद ना करना किया बर्बाद तुमने मुझे ये मेरी बदनसीबी थी, इल्तजा है कभी किसी और को यूँ बर्बाद ना करना
Bewafa Shayari in Hindi For Boyfriend
वो तो अपने दर्द को रो रो के सुनाते रहे, हमारी तन्हाइयों से आँख चुराते रहे और हमें बेवफा का नाम मिला, क्यूंकि हम हर दर्द मुस्कुरा के छिपाते रहे
जानते थी तोड़ दोगे तुम फिर भी दिल तुम्हेँ देना अच्छा लगा
वो निकल गए मेरे रास्ते से इस कदर कि, जैसे कि वो मुझे पहचानते ही नहीं कितने ज़ख्म खाए हैं मेरे इस दिल ने, फिर भी हम उस बेवफ़ा को बेवफ़ा मानते ही नहीं
मेरी बर्बादी में सिर्फ तेरा ही हाथ है दूर हो जाने के बाद भी ओ बेवफा मेरी यादों के साथ है
हर भूल तेरी माफ की, तेरी हर खता को भुला दिया गम है की मेरे प्यार का, तूने बेवफाई सिला दिया
याद कर रहे है तुम्हे भूलने को सांसें ले रहे है मौत चूनने को
वो जो मेरे सिने पर सोने का ज़िद किया करते थे आज कहते हैं हाथ छोडो मेरी इज्जत का सवाल है
वो मिला भी तो क्या मिला, बन के बेवफा मिला इतने तो मेरे गुनाह ना थे जितनी मुझे सजा मिली
तेरी वफ़ा वफ़ा है क्या मेरी मोहब्बत कुछ भी नहीं?
किसी को हद से ज़्यादा चाहने का इनाम दर्द और आंसू के अलावा कुछ भी नहीं है
Bewafa Shayari For BF
मेरे अपने ही मुझको समझ ना पाये कभी हम अपना हाल किसी अजनबी को क्या बताते
दिल भी गुस्ताख हो चला था बहुत शुक्र है की यार ही बेवफा निकला
दुनियाँ को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे, पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज, फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे
वफा के बदले बेवफाई ना दिया कर, मेरी उमीद ठुकरा कर इन्कार ना किया कर तेरी मौहब्बत में हम सब कुछ गवां बैठे, जान चली जायेगी इम्तिहान ना लिया कर
कोई भी नहीं यहाँ पर अपना होता, इस दुनिया ने ये सिखाया है हमको उसकी बेवफाई का ना चर्चा करना, आज दिल ने ये समझाया है हमको
वो छोड़ गए मुझे काटों पर, फूलों के खिलते मौसम में रब खैर करें लता ही ही नहीं, अब पत्ते झड़ने वाले है
क्या खबर अब वो कहाँ रहता है खुश रहे यार जहां रहता है
वफ़ा वो खेल नहीं जो छोटे दिल वाले खेले जनाब रूह भी काँप जाती है जुदा जब यार होता है
तेरे मेरे बीच दूरियां कुछ इस कदर बढ़ने लगी है कि अब मुझे तेरे बिन रहने की आदत होने लगी है
बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे-धीरे एक शहर अब इनका भी होना चाहिए
Bewafa Shayari For BF
महफ़िल में कुछ तो सुनाना पड़ता है, ग़म छुपा कर मुस्कुराना पड़ता है कभी हम भी उनके अज़ीज़ थे, आज-कल ये भी उन्हें याद दिलाना पड़ता है
कपड़ो पर चाहे जितना परफ्युम लगा लो रूह तो किरदार से महकती है
अब उस बेवफा के जन्मदिन पर हम भी न जाने वाले और मेरे मौत पर वो भी न आने वाले
मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखा जिन्हें दावा था वफा का उन्हें भी हमने बेवफा देखा
जब बहुत सारे सवालो का जवाब हां ओर ओके में मिलने लगे तो समझ लेना कि रिश्ता खत्म मजबूरी शुरू
ना जाने क्यूँ नज़र लगी ज़माने की, अब वजह मिलती नहीं मुस्कुराने की तुम्हारा गुस्सा होना तो जायज़ था, हमारी आदत छूट गयी मनाने की
कभी करीब तो कभी जुदा था तू, जाने किस-किस से ख़फ़ा है तू मुझे तो तुझ पर खुद से ज्यादा यकीन था, पर ज़माना सच ही कहता था कि बेवफ़ा है तू
बेवफाओं की इस दुनिया में संभल कर चलना यहाँ मोहब्बत से भी बरबाद कर देतें हैं लोग
कभी जो हम से प्यार बेशुमार करते थे, कभी जो हम पर जान निसार करते थे भरी महफ़िल में हमको बेवफा कहते हैं, जो खुद से ज़्यादा हमपर ऐतबार करते थे
वफ़ा निभा के वो हमे कुछ दे ना सके पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए
Boyfriend Bewafa Shayari
आजकल के मोहब्बत के बस इतने फ़साने हैं, जो जितना झूठा है उसके उतने दीवाने हैं वो शख्स ज़िंदगी वीरान कर गया, जो कहता था बड़ा प्यार है तुझसे
कांटों की तरह चुभ रही है तेरी बेवफाई सोचती हूं जब तेरे बारे में, तो आंखों में आती है रुसवाई
वो मुझसे मिलता है पर अब मेरा नहीं लगता वो शख्स अब पहले जैसा नहीं लगता
इन फरेबी चेहरो में काश कोई ऐसा चेहरा भी होता कि जैसा वो दिखता वैसा ही वो होता
महफ़िल ना सही तन्हाई तो मिलती है, मिलें ना सही जुदाई तो मिलती है प्यार में कुछ नहीं मिलता, वफ़ा न सही बेवफाई तो मिलती है
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया, खाली ही सही हाथों में जाम तो आया मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने यूँ ही सही, उसके लबों पे मेरा नाम तो आया
इल्जाम न दे मुझको तूने ही सिखाई बेवफाई है, देकर के धोखा मुझे मुझको दी रुसवाई है मोहब्बत में दिया जो तूने वही अब तू पायेगा, पछताना छोड़ दे तू भी औरों से धोखा खायेगा
जो हुकुम करता है, वो इल्तज़ा भी करता है, आसमान कही झुका भी करता है, और तू बेवफा है तो ये खबर भी सुन ले, इन्तेज़ार मेरा कोई वहा भी करता है
वो बेवफा हर बात पे देता है परिंदों की मिसाल साफ साफ नहीं कहता मेरा शहर छोड़ दो
उसके चेहरे पर इस क़दर नूर था, कि उसकी याद में रोना भी मंज़ूर था बेवफा भी नहीं कह सकते उसको ज़ालिम, प्यार तो हमने किया है वो तो बेक़सूर था
Boyfriend Bewafa Shayari
बेसब्री से मैं तेरा इन्तजार करती रही तू धोखा देता रहा और मैं प्यार करती रही
जिन फूलों को संवारा था हमने अपनी मोहब्बत से हुए खुशबू के काबिल तो बस गैरों के लिए महके
तुझे दिल में बिठा करके गलती ही, तुझे आदत बना करके गलती की तू इस लायक नहीं की मेरी नज़र में चढ़े, तुझे सर पर चढ़ा करके गलती की
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी बेवफा मैंने तुझको भुलाया नहीं अभी
मैंने वक्त के पहिये को, धीरे और तेज चलते देखा है अरे तुम गैरो की बात करते हो, मैंने अपनों को बेवफा करते देखा है
मोहब्बत की भी देखो कैसी अजब सी कहानी है ज़हर पीया था मीरा ने दुनिया राधा की दीवानी है
जो ख्वाब सजाये आँखों ने, वो ख्वाब बिखरने वाले है हमें दिल में बसना ठीक नहीं, हम लाग उजड़ने वाले है
एक बार रोये तो रोते चले गए, दामन अश्कों से भिगोते चले गए जब जाम मिला बेवफाई का तो, खुद को पैमाने में डुबोते चले गए
हम बिछड़ गए तुझे ज़दा भी तकलीफ नहीं क्या करते थे तुम और कैसा था तेरा इश्क
इतने ज़ख़्म खाए हुए है, अब इश्क़ भी होता नही डर लगता है इस ज़माने में, कहीं सब बेवफा तो नही
Bewafa Boyfriend Shayari
उनकी मोहब्बत के अभी निशान बाकी है, नाम लब पर है और जान बाकी है क्या हुआ अगर देख कर मुँह फेर लेते हैं, तसल्ली है कि शक्ल की पहचान बाकी है
हसीनो ने हसीन बनकर गुनाह किया, औरों को तो क्या हमको भी तबाह किया पेश किया जब ग़ज़लों में हमने उनकी बेवफ़ाई को, औरों ने तो क्या उन्होने भी वाह-वाह किया
वफ़ा की उम्मीद मत करो लोगों से, लाग वक्त चलते बेवफा हो जाते है मंजिल की उम्मीद मत करो लोगों से, लाग चलते चलते रुख मोड़ जाते है
इतने ज़ख़्म खाए हुए है, अब इश्क़ भी होता नही डर लगता है इस ज़माने में, कहीं सब बेवफा तो नही
यूँ है सबकुछ मेरे पास बस दवा-ए-दिल नही, दूर वो मुझसे है पर मैं उस से नाराज नहीं मालूम है अब भी मोहब्बत करता है वो मुझसे, वो थोड़ा सा जिद्दी है लेकिन बेवफा नहीं
तमाम जिंदगी हम जिंदगी से दूर रहे, तेरी ख़ुशी के लिए हम ख़ुशी से दूर रहे इससे भी बढ़कर क्या वफ़ा होगी, हम तेरे होते हुए तुझसे दूर रहे
हमसे न करिये बातें यूँ बेरुखी से सनम होने लगे हो कुछ-कुछ बेवफा से तुम
दर्द कुछ इस कदर दिया उस जालिम ने जब हम उनकी मोहब्बत में हद से गुजर गये
हजारों बाते तेरी दिल में दफन करके अब खामोश रहना पसंद है मुझे
यू तो कोई तन्हा नहीं होता, चाह कर किसी से जुदा नहीं होता मोहब्बत को मजबूरियां ले डूबती है, वरना ख़ुशी से कोई बे वफ़ा नहीं होता
Bewafa Boyfriend Shayari
इजाज़त हो तो तेरे चहेरे को देख लूँ जी भर के मुद्दतों से इन आँखों ने कोई बेवफा नहीं देखा
मेरी आँखों में आँसू की तरह एक बार आ जाओ तक़ल्लुफ़ से बनावट से अदा से चोट लगती है
दिलपर एक जख्म और लगाया जाय तो कैसा रहेगा और तुझे बेवफा बुलाया जाय तो कैसा रहेगा
हर पल कुछ सोचते रहने की आदत गयी है, हर आहट पे च चौंक जाने की आदत हो गयी है तेरे इश्क़ में ऐ बेवफा, हिज्र की रातों के संग, हमको भी जागते रहने की आदत हो गयी है
मत रख हमसे वफा की उम्मीद, हमने हर दम बेवफाई पायी है मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान, हमने हर चोट दिल पे खायी है
जख्मों को हमने खुद ही सिना सीख लिया है, जीते है कैसे हमने जीना सीख लिया है अक्सर जो बहते रहते थे आंखों के रास्ते, हमने भी उन अश्कों को पीना सीख लिया है
किसी और की बाँहों में रहकर, वो हमसे वफ़ा की बातें करते है ये कैसी चाहत है यारों, वो बेफावा है जानकार भी हम उन्ही से प्यार करते है
तेरे इश्क़ ने दिया सुकून इतना, कि तेरे बाद कोई अच्छा न लगे तुझे करनी है बेवफाई तो इस अदा से कर, कि तेरे बाद कोई बेवफ़ा न लगे
ज़िंदगी से बस यही एक गिला है, ख़ुशी के बाद न जाने क्यों गम मिला है हमने तो की थी वफ़ा उनसे जी भर के, पर नहीं जानते थे कि वफ़ा के बदले बेवफाई ही सिला है
ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना, मेरे भरोसे को रुस्वा न करना दिल में तेरे कोई और बस जाये तो बता देना, मेरे दिल में रहकर बेवफाई न करना
उम्मीद है आप सभी को Bewafa Shayari in Hindi For Boyfriend पसंद आई होगी | इस पोस्ट को अपने दोस्तों में शेयर करना ना भूले |