Kajal Shayari in Hindi. काजल महिला की सौंदर्य बढ़ाने का महत्वपूर्ण और प्रचलित उपकरण है। यह आँखों को और भी आकर्षक बनाता है और चेहरे को निखारता है। काजल अथवा मसकारे पर ना जाने लोगों ने कितनी पंक्तियाँ लिखी है | इसपर शायरों ने शायरी की है तो संगीतकारों ने गाने तक बनाये है | ऐसी ही कुछ पंक्तियों को हम अपने इस पोस्ट के माध्यम से लेकर आयें है | इस पोस्ट में आपको काजल पर कई शायरियां पढने को मिलेगी और उम्मीद है आपको पसंद भी आयेगी |
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Kajal Shayari in Hindi
बादलों से गिर के एक काजल का कतरा होठों पे तेरे तिल बन के सज गया
लगा लेना काजल अपनी आखो मे जरा ख्बाब बनकर दाखिल होने का इरादा है मेरा
दिल की आवाज़ काफी नहीं होगी, जहां अरमान लेने के लिए उसका तो बस काजल ही काफी है, मेरी जान लेने के लिए
तेरी आंखों के काजल-सी, तकदीर होती मेरी तो पल भर के लिए भी, जुदा नहीं होता तुझसे
चांद भी शरमा जाए तुझे देखकर, तू है इतनी खूबसूरत काजल ही काफी है तेरा, तुझे हुस्न की क्या जरूरत
लग जाएगी नज़र दुनिया की जान लो लगा लो काजल चेहरे पर गुजारिश मान लो
याद है अब तक तुझसे बिछड़ने की वो अँधेरी शाम मुझे तू ख़ामोश खडी थी लेकिन बातें करता था काजल
तेरी नशीली आंखे और उनमे लगा काजल हाय, तुझको देखते ही हो जाते हैं हम तो घायल
जिसे भी देख लो तुम वो हुआ एक पल में दीवाना तिलिस्मी है बहुत सनम तुम्हारी आँखों का काजल
काजल रखो आँखों में, इंतज़ार ना रखो खूबसूरत हो तुम, खूबसूरत रहो, बेक़रार न लगो
Kajal Shayari in Hindi
आंखों में काजल, लगाकर क्या लगती हो एक कयामत हो तुम, एक कयामत ढाती हो
उसके नैनों में इतना नशा आख़िर क्यूं ना हो सुना है उसकी आंखें आखिर काजल जो पीती है
गीली मेंहदी रोई होगी, छुपके घर के कोने में ताजा काजल छूटा होगा, चुपके-चुपके रोने में
हो सके अगर तू खुशी से अश्क पीना सीख ले या तू आँखों में अपनी काजल लगाना छोड़ दे
झील-सी नीली, काजल से भरी आँखें नीले अम्बर में काली, बदरी छाई हो जैसे
थोड़ा काजल लगा लिया, एक बिंदी लगा लिया खुद तो सज गए हुजूर, पर हमें तबाह कर दिया
गाँव छोड़ा तो कई आँखों में काजल फैला शहर पहुँचा तो किसी माथे पे झूमर झूमा
काजल लगाया है जो तुम्हारे कहने पर ये सजे रहे ऎसे बस तुम इतना ख्याल रखना
वादों के पुलिंदे, हमसे किए नहीं जाते बस तेरी आंखों के, काजल को बहने नहीं देंगे
काजल, आँखे, जुल्फ़े, झुमका, चेहरा, बिंदिया दिल हार गए हम तुम्हे बेनकाब देखकर
Kajal Shayari 2 Line
एक मायने में आँखों की हद है ये काजल पर तुम्हारी आँखों में हसीन बेहद है ये काजल
तेरे आने से ये शाम, और खूबसूरत बन जाती हैं फिजा भी रंग बदलती है, जब तू आंखों में काजल लगाती हैं
एक तो कातिल सी नज़र ऊपर से काजल का कहर
हौंसला तुझ में न था मुझसे जुदा होने का वरना काजल तेरी आँखों का न यूँ फैला होता
फिर लगेगी नजर उस पगली को देखो आज वो फिर से काजल लगाना भूल गई
महिफल मे आज फिर क़यामत की रात हो गई हमने लगाया अपने आखो मे काजल, और बिन बादल बरसात हो गई
तेरी आँखों में समा जाऊँगा काजल की तरह तू ढूँढती रह जायेगी मुझे पागल की तरह
आईना नज़र लगाना चाहे भी तो कैसे लगाए काजल लगाती है वो आईने में देखकर
आंख से बिछड़े काजल को तहरीर बनाने वाले मुश्किल में पड़ जाएंगे तस्वीर बनाने वाले
उस की आँखों में भी काजल फैल रहा है मैं भी मुड़ के जाते जाते देख रहा हूँ
Kajal Shayari 2 Line
कोई कैसे संभाले, नादान दिल को अपने उन्होंने कजरारी आखों से देखा और दिल मचल गया
दिल में छुपाए जज़्बात, जितने तुमसे कहना चाहता हूं काजल बन कर तेरी आंखों में, यूं ही रहना चाहता हूं
यह जो तेरी आंखों का काजल है दूर समुंदर में छाई हुई नीली परछाई सी है
दिल का तूफ़ान लेकर प्यार में , बरसता बादल बन जाऊं हसरत मेरी है कि आंखों का, तेरी काजल बन जाऊं
कुछ इस कदर दिल से, दिल का रिश्ता निभाती है अगर खफ़ा हो मुझसे, तो वो काजल भी नहीं लगाती है
गीली मेंहदी रोई होगी, छुपके घर के कोने में ताजा काजल छूटा होगा, चुपके-चुपके रोने में
आंखों से ही, होता दिल का काम तमाम है लेकिन ये काज़ल तो, खामखां बदनाम है
बहुत रोई हुई लगती है आँखें मेरी ख़ातिर ज़रा काजल लगा लो
बाल भी खुले थे उसके, काजल भी लगा रखा था उसके झुमके ने तो अलग ही उधम मचा रखा था
काजल लगाकर न आया करो, महफिलों में तुम मय तुम्हारे नैनों से, पीने की आदत पड़ जाएगी
Aankho Ka Kajal Shayari
तूम मुझे ढूंढती रह जाना ओर, मैं तेरी इन नीली आंखों का काजल बन आसूं बन कर बह जाऊंगा
उसका लिखा हुआ हर शख्स नहीं पढ़ सकता वो मिला लेता है काजल में हमेशा आँसू
शाम की लाली, रात का काजल, सुबह की तक़दीर हो तुम हो चलता फिरता ताजमहल, सांसे लेता कश्मीर हो तुम
हँसना हसाना काम है मेरा इसलिए तो काजल नाम है मेरा
आंखें ही क्या कम थी उस पर काजल भी लगाते हो इश्क में कत्ल के तुम भी क्या हुनर आजमाते हो
काजल लागे किरकरो, सुरमा सहा ना जाए जिन नैनंन में साजन बसे,दूजा कौन समाये
दिल में है अरमान, छिपा लूं तुम्हें अपनी बाहों में कितना जचता है यह काजल तुम्हारी आंखों में
हौसला बरकरार रहता है, जब साथ तू होता है वरना काजल को भी, अश्कों से बिखरना होता है
निकल आते हैं आँसू गर जरा सी चूक हो जाये किसी की आँख में काजल लगाना खेल थोड़े ही है
बावरा हुआ जाता हूँ तेरी अखियों में इश्क देखकर मेरी उम्मीदों का मक़सद तेरी आँखों का काजल ही तो है
Kajal Status in Hindi
काजल लगे नैनो मे डोरे हुए गुलाबी कैफियते अंजाम तमाम शहर हुआ शराबी
जब से मिला हूं तुमसे, दिल रह गया मेरा गज़ल बनकर जीना चाहता हूं जिंदगी तेरी, आंखों का काजल बनकर
तुम मुझे इन आंखों का काजल बना लो मैं इन झील सी आंखों में, खुद को इस तरह समा लूंगा
काजल भरी तेरी आंखें जब भी, मुझे निहारती है मदहोश सा बावरा मेरा यह मन सिर्फ पलकें झुका कर, तेरा ही होना चाहता है
चांदनी रात भी जल जाये, जब तू काजल लगा के आए ये दिल भी मेरा हलचल मचाये, जब तू काजल लगा के आए.
वो जो अफसाना-ए-ग़म सुन सुन के हंसा करते थे इतना रोए कि सब आंख का काजल निकला
सोये दिल में नये ख़्वाब जगाती हैं कजरारी आंखें पल में हर एक को दीवाना बनाती हैं, तेरी कजरारी आंखे
पहले से ये कातिल निगाहें, मुझे क्या कम घायल करती है सरेआम क़त्ल कर देती है जब, तू आखों में काजल लगाती है
तुमसे मोहब्बत कर तुम्हें, मैंने दिल का वास्ता दिया है कसूर सिर्फ मेरा नहीं, गुनाह तेरे काजल ने भी किया है
तुम्हारी आंखों में बसी है, मासूमियत सारे जहा की काजल से उन्हें क्या सजाना, वो तो खूबसूरती की पहचान है
संभालकर ज़रा रखियेगा कदम, फूल बिखरे है मगर ठेस लग जायेगी ये काजल लगाने का क्या फायदा, रूप ऐसा है नज़र लग जायेगी
शायद किसी रोज तुम समझ पाओ इस दिल की बेकरारी और तुम्हारी आंखों के काजल का कोई बहुत गहरा रिश्ता है
तेरे मासूम चहरे पर, अदा अच्छी लगती है, जिस घडी तु हंस दे, वो दुआ सच्ची लगती है तेरी आँखों में काजल, इक लकीर सी बनाता है, समंदर पर, ये नक्काशी अच्छी लगती है
उम्मीद है आप सभी को Kajal Shayari in Hindi पोस्ट में दी गयी शायरी पसंद आई होगी | पोस्ट को अपने दोस्तों में शेयर जरुर करें |